This learning environment can be virtually anywhere the student desires
Rich Library, Music, Furnished Laboratory
SSG Pareek Senior Secondary School
“EDUCATION is the most powerful weapon which you can use to CHANGE THE WORLD.” -Nelson Mandela
Transformation Through Education
S
.S.G. Pareek Senior Secondary School
एस.एस.जी पारीक सीनियर सेकेंडरी विद्यालय अर्थात एस.एस.जी पारीक विद्यालय जयपुर का उदगम परम आदरणीय स्व.श्री झुमरलाल जी एवं श्री स्वरुप नारायण तिवाड़ी द्वारा हुआ जिन्होंने नाहरगढ़ रोड, जयपुर पर एक भवन बनाकर पारीक समाज को शिक्षा के लिए समर्पित किया जिसमे 3.2.1906 से चटशाला / पाठशाला आरम्भ की गयी कुछ समय पश्चात ही कक्षा 6 एवं 7 तथा 1917 से मीडिल स्तर पर अध्ययन-अध्यापन होने लगा।छात्राओं के शिक्षा के प्रति रुझान एवं आवश्यकताओ को महसूस करते हुए तथा अल्प समय में हुई प्रगति के कारण 1925 से माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा की स्वीकृति यू.पी. बोर्ड के स्थान पर राजपूताना बोर्ड, से सम्बद्धता मिल गयी। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर से मान्यता प्राप्त हो गयी जो वर्त्तमान में भी जारी है।
10 मार्च,1939 को विद्यालय के लिए नवीन भवन का उद्धघाटन हुआ यह भवन बनीपार्क में स्थित है जिसमे वर्तमान में स्नाकोत्तर महाविद्यालय चल रहा है। बनीपार्क में स्थित नए भवन में विद्यालय का उत्तरोत्तर विकास होता गया और सफल संचालन से विद्यालय को उच्च स्तर की ख्याति प्राप्त हुई। इसी ख्याति कारण तथा क्षेत्र की आवश्यकता के कारण संस्था को कॉलेज स्तर की मान्यता के कारण भवन की कमी महसूस होने लगी।
, and is managed by the Pareek Community with the Motto, “Learners today, and Leaders tomorrow”. The school is committed to groom it’s members in becoming people with high morale, intellectual and aesthetic values. They should be able to contribute to society as responsible citizens.